नवरात्रि यूँ तो पूरे देश में बड़े ही धूम धाम से मनाई जाती है लेकिन गुजरात की नवरात्रि की बात ही कुछ और है। पूरे गुजरात में यह पर्व बड़े ही हर्षौल्लास से मनाया जाता है। गुजरात के अलग अलग शहर नवरात्रि के नौ दिनों में लगने वाले पूजा पंडालों से सज जाते हैं। पूरा शहर नवरात्रि की ऊर्जा से भर जाता है। गुजरात में नारात्रि अलग अलग हिस्सों में अलग अलग ढंग से मनाई जाती है।

गरबा का इतिहास

जहाँ पूरे देश में नवरात्रि में माँ शक्ति के नौ रूपों की पूजा होती है वहीँ गुजरात में इस त्यौहार के साथ जुड़ा है रंग रंगीला नृत्य – गरबा। क्या है यह गरबा ?

दरअसल गरबा गुजरात राज्‍य का एक लोकप्रिय लोक नृत्य है, जिसमे महिलाऐं एक मटकी के चारों ओर घूम घूम कर नृत्य कर माँ अम्बे की स्तुति गाती हैं। इस मटकी को गरबो बोलते हैं जिसके अंदर एक सुपारी और चाँदी का सिक्‍का रखा जाता है, जिसे कुम्‍भ कहते हैं। इसके ऊपर एक नारियल रखा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन इस मटकी को स्थापित किया जाता है। इसके भीतर दीप प्रज्वलित कर इस उत्सव का आगाज़ होता है। इस दीपक को दीपगर्भ कहते हैं। गरबा प्रतीक है गर्भ का। गर्भ जो है जीव का पहला घर। यह उत्सव है स्त्रियों का, यह उत्सव है स्त्रीत्व के प्रतीक का। जीवन के इस चक्र की निरंतरता के बने रहने की कामनाओं का।

 राजकोट का शैरी गरबा

पूरे गुजरात में अलग अलग जगहों पर गरबा खेला जाता है। राजकोट का शैरी गरबा भी देखने लायक़ है। इस में गलियों और मुहल्लों में गरबा का आयोजन होता है। शैरी का गुजराती में अर्थ है छोटा। यह गरबा हर मोहल्ले में छोटे रूप में आयोजित किया जाता है जिसमे एक स्टेज लगा कर शक्ति की आराधना के  साथ लोग गरबा करते हैं।

अहमदाबाद का डांडिया

अहमदाबाद के जी एम डी सी ग्राउंड में नवरात्रि उत्सव के आगाज़ की तैयारी बड़े ज़ोर शोर से की जाती है। एक बड़े मंच पर माननीय मुख्यमंत्री श्री विजय भाई रुपानी द्वारा दीप प्रज्वलित कर उत्सव का आगाज़ किया जाता है। उसके बाद पूरे राज्य से आए कलाकार लोक नृत्य की प्रस्तुति करते हैं। इसी ग्राउंड में गुजरात की हस्तकला की प्रदर्शनी भी लगती है। यहाँ लोक कला को बनाने वाले स्टाल लगा कर अपनी कला को लोगों तक पहुंचाते हैं। यहाँ का माहौल उत्सव के रंग में रंगा होता है।

अहमदाबाद गुजरात का एक बड़ा शहर है, इस शहर के बाज़ार नवरात्रि में सज जाते हैं। यहाँ लोग दिन भर व्यापार में व्यस्त होते हैं और शाम होते ही रंग बिरंगे चनिया चोली में स्त्रियाँ जगह जगह पर लगे बड़े बड़े गरबा पंडालों का रुख करते हैं। इन पंडालों में बड़े से ऊँचे स्टेज पर स्थानीय कलाकार गरबे के गीत गाते हैं और लाइव ओर्केस्ट्रा पर संगीत की धुन पर नीचे ग्राउंड में लोग गरबा नृत्य करते हैं। गुजराती महिलाऐं पूरे वर्ष इस उत्सव का इन्तिज़ार करती हैं। यह हर दिन एक नया परिधान पहन गरबा ग्राउंड में जाती हैं। यह नव युवाओं का त्यौहार है। अहमदाबाद जैसे बड़े शहर में अब लोग महीनों पहले से गरबा डांस क्लास ज्वाइन कर प्रेक्टिस करते हैं।

वडोदरा का यूनाइटेड वे गरबा

गुजरात में अगर सबसे शानदार गरबा कहीं होता है तो वो जगह है वडोदरा। वडोदरा शहर का यूनाइटेड वे  एक मिसाल है अनुशासन और सामुदायिक उत्सव की। इस गरबा ग्राउंड में एक समय में लगभग 45 हज़ार लोग गरबा करने आते हैं। इस गरबे की धूम सात समुन्दर पार तक फैली हुई है। इस गरबा को कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। यूनाइटेड वे एक नॉन प्रॉफिट संस्था है जोकि स्वास्थ्य शिक्षा और सस्टेनेबिलिटी पर काम करती है। यह संस्था हर वर्ष एक विशाल गरबे का आयोजन करती है। जिसके टिकट से अर्जित पूंजी को बच्चों की शिक्षा और स्वस्थ के कार्यों में लगाया जाता है। अपने इन कार्यों के लिए यूनाइटेड वे को फोब्स पत्रिका की रेंकिंग में भी जगह मिली है।

 

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