गंगा: एक दिन बिना पानी के
भोर का नीला उजाला, पूरब में सिंदूरी लालिमा, वायु में सुगन्धी अगरबत्तियों की महक, मंदिर की घंटियाँ, दूर से आती शंखनाद, हर हर गंगे की स्वर लहरी, कलकल बहता गंगाजल और घाटों पर जुटती श्रद्धालुओं की भीड़ जैसे मेला लगा हो। यह महान द्रश्य है हरिद्वार स्थित “हर की पौड़ी” का जहाँ की सुबह रोज़ ही आध्यात्म की ऊर्जा से भरी होती है।
The Holy River Ganges |
Har Ki Paudi,Haridwar |
लोग देश के कोने-कोने से हरिद्वार आते हैं। यह वह पवित्र स्थान है जहाँ पर गंगा अपने स्त्रोत गौमुख-हिमनद से निकल कर लम्बी और पथरीली यात्रा पार कर समतल भूमि को स्पर्श करती है। यहीं से गंगा मैदानी क्षेत्रों में प्रवेश कर समृद्धि और जीवन लाती है।
करोड़ों श्रद्धालु देश विदेश से इस मेले में माँ गंगा में स्नान करने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं। पूरी दुनिया से करोडों तीर्थयात्री, भक्तजन और पर्यटक यहां इस समारोह को मनाने के लिए एकत्रित होते हैं और गंगा नदी के तट पर शास्त्र विधि से स्नान इत्यादि करते हैं। जहाँ सूरज की पहली किरण के आने से पहले से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रहती है। जन्म और मृत्यु से जुड़े अनेक संस्कार यही आकर संपन्न किये जाते हैं।
A lady performing rituals at Har Ki Paudi, Haridwar |
कोई अपने बच्चे का मुण्डन करवाने आया है, कोई विवाह के बाद परिवार में आए नए सदस्य को लेकर अपने खानदानी पण्डे द्वारा पूजा संपन्न करवाने आया है तो कोई किसी अपने की अस्थियाँ गंगा जी में विसर्जित करके उनके लिए मोक्ष की कामना कर रहा है। कोई हाथों में फूल और दीपक लिए अपने पुरखों की आत्मा की शान्ति के लिए पूजा में लीन है।
A day without water:The Holy River Ganges |
इस सुंदर नज़ारे को देखना कितना सुखद है। पर क्या हम कभी यह सोचते हैं कि हम जब गंगा में होली डिप लगाने जाते हैं तो अपने पीछे अनजाने में ही कितनी ही ऐसी चीज़ें हैं जिसे गंगा में बहा आते हैं। क्या कभी कोई यह सोचता है कि उनके द्वारा बहाई हुई चीज़ें गंगा को कितना प्रदूषित करती हैं। गंगा में सैंकड़ों टन मलबा जमा हो रहा है। अगली बार जब आप गंगा या किसी और नदी में कुछ बहाएं तो एक बार जरूर सोचें।
Polluted Ganges |
Polluted Ganges |
Polluted Ganges |
ऐसे ही घूमते रहिये और स्वच्छता का ध्यान रखिये।
आपकी हमसफ़र आपकी दोस्त
डा ० कायनात क़ाज़ी