Paragliding in Gangtok |
पंछी की तरह खुले आकाश में पंख फैलाए उड़ान भरने की चाह किसके मन को नहीं लुभाती। और अगर यह चाह अपने साहस को तोलने की हो तो पैराग्लाइडिंग का अनुभव ज़रूर लेना चाहिए। भारत के पास हिमालय जैसा एक अनुपम और विशाल शाहकार है जिसके दामन में प्रकृति की शांत वादियां हैं तो उन्हीं वादियों में उत्साह से भरदेने वाले कई ऐसे अनुभव भी छुपे हैं जिनसे रूबरू होकर आप ख़ुद को और बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। शायद इसी लिए दुनिया भर के रोमांचप्रेमी हिमालय की ओर खींचे चले आते हैं। भारत में पैराग्लाइडिंग कई स्थानों पर करवाई जाती है। जैसे हिमाचल में सोलांग वैली, धर्मशाला के पास बीड़ और गंगटोक में।
Paragliding in Gangtok |
कांगड़ा जिले के बैजनाथ के निकट स्थित बीड़ बिलिंग को विश्व की दूसरी सर्वश्रेष्ठ पैराग्लाइडिंग साईट माना जाता है। हर वर्ष अक्टूबर माह में यहां पैराग्लाइडिंग की अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।
पैराग्लाइडिंग रोमांच से भरा एक ऐसा खेल है जिसमे ख़ुद से ज़्यादा अपने ट्रेनर पर विश्वास ज़रूरी है। गंगटोक शहर के नज़दीक ही इसका अनुभव लिया जा सकता है। गंगटोक में महात्मा गांधी मार्ग से लगभग दस किलोमीटर की दूरी पर पैराग्लाइडिंग करवाई जाती है। यह स्थान बंझाकारी वाटरफॉल के नज़दीक है।
वैसे तो पैराग्लाइडिंग करने के लिए आपको ट्रेनिंग लेना अनिवार्य होता है। लेकिन यहां आप ट्रैंड पायलेट के साथ इस शार्ट ट्रिप का आनन्द ले सकते हैं। यह सर्टिफाइड पायलेट हैं और इनकी साथ फ्लाइट लेने में आप पूरी तरह सुरक्षित हैं। बस आपका वज़न 90 किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
Paragliding in Gangtok |
यहाँ अनेक ऑपरेटर्स हैं जो पैराग्लाइडिंग करवाते हैं। यहाँ दो प्रकार की फ्लाइट करवाई जाती हैं। एक मीडियम medium और दूसरा हाई फ्लाई, जैसा कि नाम से ज़ाहिर है। मीडियम फ्लाई लगभग 1300 से 1400 एलटीटियूड की ऊंचाई से करवाई जाती है। जिसमे आप गंगटोक शहर को अरियल वियू से देख पाते हैं और हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों को देख सकते हैं। इस फ्लाइट का टेक ऑफ पॉइंट बलिमन दारा Baliman Dara है। यह पहाड़ की एक चोटी है जहां पहुँच कर गिलाइडर के साथ आपको और पायलेट की मज़बूती से हार्नेस के साथ बांध दिया जाता है। और फिर चोटी से तेज़ी के साथ खाई की ओर दौड़ने का निर्देश दिया जाता है। दौड़ते-दौड़ते आप पहाड़ की चोटी से नीचे खाई में छलांग लगा देते है। विश्वास की छलांग। और कुछ ही देर में आप हवा से बातें करने लगते हैं।यह अनुभव आपको रोमांच से भर देगा। यह फ्लाइट 15 से 20 मिनट की होती है। और पूरी वादी का चक्कर लगा कर खेलगांव के स्टेडियम में लेंड करती है। हवा में तैरते रंग बिरंगे ग्लाइडर्स किसी पक्षी से मालूम पड़ते हैं।
फिर मिलेंगे दोस्तों, अगले पड़ाव में हिमालय के
कुछ अनछुए पहलुओं के साथ,
तब तक खुश रहिये, और घूमते रहिये,
आपकी हमसफ़र आपकी दोस्त
डा० कायनात क़ाज़ी